प्रकृति और पुरूष का मिलन है, एक संजोगl माता-पिता की कृपा से, हमारा जन्म, एक योगl उनके आशीष से, हमारा जीवन है, सदा निरोगl हम बच नहीं सकते, सुख-वैभव से, वह है,समकाल का भोगl जन्म से उत्तरकाल तक का, जीवन है,एक आनन्द, अति सुन्दर जोगl देह से आतम का, निकलना […]