है रंगमंच ये जीवन सारा, सबको कठपुतली बनाए। भिन्न भिन्न किरदारों में। नित हमको नाच नचाए। कभी बनाए चोर, पुलिस, कभी हमको जज ये बनाए। कभी मंजर बुरा दिखाए ये, कभी सौगात खुशी की लाए। दुष्ट नेताओं, बाबाओं का , काला चिठ्ठा ये दिखलाए। दुनियाँ के सामने इनका , सारा […]