शाम होते ही छतो पर चढ़ जाना, छतो पर चढ़कर पानी छिड़कना, पानी छिड़का कर गद्दे बिछाना गद्दे बिछाकर उसपर चादर बिछाना। बचपन की यादों यारो मत भुलाना।। आधी रात को बरसात का आ जाना गद्दे चादर उठाकर नीचे भाग जाना, भाग कर फिर से मुंह ढक कर सो जाना, […]

इन्दौर। कोरोना काल की भयावहता के बावजूद मातृभाषा उन्नयन संस्थान के सेवा सर्वोपरि समूह द्वारा मरीज़ों और उनके परिजनों के लिए शासकीय अस्पतालों के बाहर जाकर, सड़कों पर खड़े पुलिसकर्मियों को लगातार पानी की बोतलें, खाद्य सामग्री का वितरण किया जा रहा है। यश ड्रिंकिंग वॉटर, इन्दौर के श्याम प्रेमचंदानी […]

सबका परमात्मा एक है क्या हिन्दू क्या मुसलमान एक अल्लाह कहता है दूसरा कहता है भगवान खून का रंग भी सबका एक कहलाते है सब ही इंसान फिर झगड़ा काहे का है न रोटी का न बेटी का झगड़ा तो बस लगता है झूठे अहंकार की बुद्धि का शांतचित होकर […]

रहो हिल मिलकर मेरे, समाज के भाई बहिनों। मैं लेकर आया हूँ, स्नेह प्यार का संदेशा। रहे हम सब पर हमारे बड़े बूढ़ो का हाथ। तभी हर जाती धर्म को दुनियाँ में पहचान जाएगा।। दिलाओं अपने बच्चों को शिक्षा तुम सभी लोग। तभी समाज को मिलेगा, शिक्षित समाज का दर्जा। […]

चैनपुर | चैनपुर , सीवान, बिहार के प्रख्यात युवा साहित्यकार रूपेश कुमार के चाची जी उर्फ छोटी माता जी का निधन हो गया ! भोपाल , मध्यप्रदेश मे रहते हुए इस सांसारिक मे आध्यात्मिक दुनिया मे परम विश्वासी धर्मप्राणाया माता श्रीमती कमला सिन्हा, पति श्री एस. प्रसाद जी की इस […]

युवा चाहें तो समाज और देश में बड़े से बड़ा बदलाव ला सकते हैं। महामारी के इस भयावह दौर ने अगर परेशानियां दी हैं तो उससे कहीं अधिक सकारात्मकता का संचार भी किया है और इंसानियत का चेहरा उजागर किया है। युवाओं को कुछ करने का मौका मिला तो उन्होंने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।