साथी! सदा साथ निभाना , सदा साथ निभाना । हम रहें या ना रहें जग में, अपना फर्ज निभाना ।। हानि लाभ हो या सुख दुःख हो, सबमें साथ निभाना।। दुःख-दरिया में फँस जाऊं जो , नैया पार लगाना।। साथी!- – – – – – – – – – — […]
ताज नगरी मे जन्म लिया इटावा मे करते थे टन्कण् सरस्वती का मुख मे वास जीत लिया शब्द विश्वास फिल्मी गीतो से हुए यशस्वी कविता के थे बड़े तपस्वी गीतो मे भी अध्यात्म दिया मेरा नाम जोकर को अमर किया रचनाओं मे ही जीते रहे कविता जीवन पर्यन्त रचते रहे […]
“क्या जी! मैं सारा दिन तुम्हारा इंतज़ार करती हूं और तुम आकर सीधे अपने मम्मी- पापा के कमरे में चले जाते हो, मेरे बारे में कुछ भी नहीं सोचते” गुस्से से भरी हुई ऋतु बोली। “दिन भर का थका-हारा आया हूँ, घर आने पर लोगों की पत्नियां चाय- पानी पिला […]
शिव ही शिव हैं जिसके अंदर जानें जो शिव-माया का अंतर। प्रेम शिव से करता है शिव पर ही वो मरता है। शिव हैं उसकी श्वांसों में शिव उसकी प्रश्वासों में। शिव मिलन को जिसने जग की मर्यादाएं तोड़ी हैं। शिव को भी है प्यारा सबसे जिसे कहते हम अघोरी […]
जब ना लिख पाया कोई भी,अपनी किताब ए गुनाह । हमने कर ली तैयारी लिखेंगे ऐसा जो खुद को कर ले फनाह ।। अपने ही माँ बाप के दर्दो को मैं बाट ही ना पाया । जब जरूरत पड़ी उन्हें,मैं अपनी सहूलियत से उनके काम आया।। जिन्होंने मुझे बड़ा करने […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।