खग करते कलरव मनभावन, मौसम ऋतु बसंत का आया पावन । बौर लदे झरवेरी और आम की डाली-डाली, खेतों में फैली दूर तलक मखमल सी हरियाली । बागों में महक रहे चंपा, चमेली, गेंदा, गुलाब, नीला-नीला आसमान हो रहा खुली किताब । पीली-पीली सरसों फूली, योवनता चहुंओर, ज्ञान की ज्योति […]