फिर शरारत हो गई तो, अब सियासत हो गई तो? मुल्क सहता नोटबन्दी, अब खिलाफत हो गई तो? रुपया काला नहीं लाए, फिर बगावत हो गई तो? गुप्त रख तू सूचना सब, गर तिजारत हो गई तो? काटकर सर ला रहे थे, पर रियासत खो गई तो? डर यूँ खादी […]
मैं तनहा होता जाता हूँ,खुद पर रोता जाता हूँ, मैं संस्कार का वृक्ष हूँ, खुद को ढोता जाता हूँ। कुछ हवा विषैली है आई,लोगों की मति है भरमाई, कुछ पाश्चात्य का दोष है,कुछ मुझसे भी इन्हें रोष है। मैं मर्यादा का पोषक हूँ,निज संस्कृति का उदघोषक हूँ, मैं आत्मशक्ति का साधक हूँ,मन […]
कुछ देर और ठहरो, अभी बातें बहुत बाकी हैं। हवा के इस रुख से परेशान मत हो, जाना है दूर तलक अभी। कुछ पल ठहर कर,फिर से सोचो, तुम्हारी मेहनत ही तुम्हारा मुकद्दर लिखेगी। इन हाथों की लकीरों पर, ऐसे वकालत करना अच्छा नहीं। फेंकोगे आसमान पर पत्थर, लौटकर जमीन […]
व्राह्मण कुल गौरव भगवान परशुराम जी के, जन्म दिवसोत्सव पर बार -बार वन्दना। शिव के महान भक्त विजया कमानधारी, सती रेणुका के पूत बार-बार वन्दना।। ऋषि जमदग्नि जी के अंशज महान वीर, कर में कुल्हाड़ी जिनके बार – बार वन्दना।। गाय गुरु रक्षा हित क्षत्रिय कुल द्रोही, भगवान परशुराम जी […]
कभी हमारी मोहब्बत की कहानी पढ़े ये जमाना, जिसमें पाक मोहब्बत का हो खजाना। आओ दें इस दुनिया को प्रेम का, अनोखा नजराना, कुछ ऐसा हो तेरा-मेरा इश्क सूफियाना। जिसे पाकर दुनिया की रुह पावन हो जाए, हमारे प्रेम की पावन कहानी लिखे ये जमाना। ये दुनिया राधा-कृष्ण के प्रेम […]
अमित अमीत अधूत आज क्यों, मनमानी पर उतराए हैं ? समीकरण क्यों बदल रहे हैं, समदर्शी क्यों घबराए हैं ? अब कैसी है यह दुरभिसंधि, दुरुत्साहन यह कैसा है ? दुराग्रही के आगे नत क्यों, सुसंचालन यह कैसा है ? सैनिक हैं वसुधा के लथपथ, आहत माँ संत्रस्त हुई है। […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।