तासीर हर शब्द की गहरी और अलग है, कहीं जमीं,कहीं फलक है कुछ ख्वाब हैं यहाँ, कुछ सुरखाब हैं। पेड़ भी हैं पत्ते भी, कलियाँ हैं कुछ फूलों के इंतज़ार में, मौसम-ए-बहार में क्या-क्या है यहां, कितना बताऊँ कभी घड़ी भर मिले तो बतलाऊँ। ऊपर से जो दिखे, जिंदगी वैसी […]
हिन्दी मेरे हिन्दुस्तां,की जान दोस्तों। हिन्दी से पुरानी है,पहचान दोस्तों ll भाषाई कई लिखे,सबने गीत गाए। हिन्दी के गीत चढ़े,परवान दोस्तों ll हिन्दी है बड़ी मधुर,संयम भी बहुत है। हिन्दी के क्या गाऊँ,गुणगान दोस्तों ll प्रेम डोरी बांध के,यश सबको दिलाए। हिन्दी जमीं हमारी,आसमान दोस्तों ll ओ हिन्द के बाशिंदों,हिन्दी ज्ञान लीजिए। मातृभाषा बढ़ाओ,जगशान दोस्तों ll हिन्दी को […]