गुरुपूर्णिमा की संध्या पर कलम की सुगंध छंदशाला परिवार के द्वारा आनलाइन काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थापक आदरणीय संजय कौशिक विज्ञात जी,मुख्य अतिथि बाबूलाल शर्मा ‘विज्ञ’ और विशिष्ट अतिथि सीमा अवस्थी रही । मंच संचालन अर्चना पाठक निरन्तर और इन्द्राणी साहू साँची ने की । […]

हिन्दी फिल्म जगत के सुपरस्टार राजेश खन्ना ने अपनी फिल्म ‘आनन्द’ में एक मशहूर डायलॉग बोला था, “जिंदगी बड़ी होनी चाहिए लंबी नहीं….।” इसी सिद्धांत पर चलने वाले कवि सुनील चौरसिया ‘सावन’ ने अपनी छोटी सी उम्र में जो सदाबहार जीवन जिया है उस पर ‘दस्तक साहित्य संसार’ ने एक […]

आगरा । साहित्यिक संस्था – बृजलोक साहित्य, कला, संस्कृति अकादमी के सौजन्य से पावनपर्व गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । संस्था को देशभर से सम्मानार्थ प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। प्रविष्ठियां ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यमों से स्वीकार की गई थीं। सभी प्रविष्टि […]

कुछ क़र गुजरने का जज्बा मन में हो तो कुछ भी असंभव नहीं है यही चथुर्थात सिद्ध क़र दिखाया ज्ञान ज्योति निःशुल्क कोचिंग टीम ने अध्यक्ष इंजीनियर राहुल मेघवाल ने बताया की उदयपुर में ज्ञान ज्योति सेवा संस्थान द्वारा जा रही निःशुल्क कोचिंग से 147 विद्यार्थियों का चयन हुआ संस्थान […]

हम हिंदुस्तानी हैं हिन्दोस्तां की बात करते हैं, हर वक़्त अमन व चैन की बात करते हैं। अल्फाजों में मोहब्बत बहुत खूब बयाँ करते हैं, मिलकर हम आपस में सभी को भाई-भाई कहते हैं। फिर भी अक्सर आपस मे तकरार करते हैं, लफ्ज़ो में मोहब्बत और दिलों में बुग्ज़ रखते […]

बम बम भोले भण्डारी, आ जाओ तत्रिपुरारी। बेल धतूरा तुझे चढ़ाऊँ, तुझको मैं मनाऊँ। फूलों से तेरा श्रृंगार करूँ, तुझको मैं सजाऊँ। अब सुनने विनती हमारी, आ जाओ त्रिपुरारी। बम बम भोले……… नन्दी की सवारी कर आओ, संग गौरा जी को लाओ। सर्पों की माला गले डालकर, डम डम डमरू […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।