तेरे ख्यालों के आबोदाने में अक्सर हमें सिमटना नहीं आता हवाओं की साजिश को आखिर बता दिया हमे बिखरना नही आता गुफ्तगू की नुमाइंदगी में ख़ामोश बैठा हूँ भोली चिड़िया सा रेत की दर्दे दीवार हूँ बस जाकर कह दो फिसलना नहीं आता हवाओं में लिपटा हुआ तिनका हूँ इस […]

व्यर्थ पसीना बहा रहे हो खेत और खलिहान में, इस मेहनत की कोई कीमत नहीं है हिंदुस्तान में। कुर्सी पर बैठे हैं जो भी उनके लिए कब्र खोदो, सच मानो तो काम लगाओ चलकर कब्रिस्तान में। #डॉ.कृष्ण कुमार तिवारी ‘नीरव’ Post Views: 582

तिरे लब पर हमेशा ही कोई रहता बहाना था, तुझे भी है मुहब्बत यह  मुझे यूँ आज़माना था। मुझे तुम मिल गए मानो सभी कुछ मिल गया मुझको, तुम्हारा प्यार ही मेरे लिए जैसे खज़ाना था। हमेशा की तरह बारिश में मिलने रोज़ आता था, मुहब्बत का यक़ीं हर रोज़ […]

कभी संयोग यह बनता कहीं इनका भी मर जाता, तो भारत पाक का मसला उसी दिन खत्म हो जाता। फँसी है सैनिकों की जान इनकी ही सियासत में, चिता को आग देते तो इन्हें भी ज्ञात हो जाता॥                         […]

अबके युग में घर बनवाना सबके बस की बात नहीं, महंगाई में दीए जलाना सबके बस की बात नहीं। गिट्टी-मोरम सरिया आदि सब बाबा के मोल हुए– अपने घर पर छत लगवाना सबके बस की बात नहीं॥                           […]

वफ़ा की राह को देखा नहीं है। मुहब्बत को अभी समझा नहीं है॥ किसी के प्यार की खातिर अभी तक। मिरा जीवन कुंवारा-सा नहीं है॥ किनारों पर ही रहता है हमेशा। तूने नजरों पर उतारा नहीं है॥ मिरे सब ख्वाब मां के चरण में है। तूने मां को अभी पाया […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।