हर दम घमंड में चुर, मिट्टी का पुतला बहुत  मगरूर । हर पल दूसरे को नीचा दिखाने का लुत्फ उठा रहा है।। मिट्टी में एक दिन मिलना है सभी को पता है उसे । क्यों  फिर  दूसरे  की  मिट्टी को छोटा बता रहा है।। छोटा है अस्तित्व मिट्टी के दीया […]

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सबसे अच्छी मेरी नानी । रोज सुनाती एक कहानी।। सबसे अच्छी मेरी नानी । रोज सुनाती एक कहानी।। परियों जैसी दिखती है। सुंदर सुंदर लिखती है। । कोयल सी इसकी वाणी।  सबसे अच्छी मेरी नानी । रोज सुनाती एक कहानी।। सबकी आव भगत करती। नहीं किसी से भी डराती।। है […]

रमेश बचपन मे जब चिराग के जिन्न की कहानियां पढ़ता था तब ऐसा लगता था कि काश ये चिराग कही से मिल जाये तो मजा आ जाये। बचपन मे सपने भी ऐसे ही आते थे जैसे काया कल्प करने वाला जिन्न बस जीवन मे मिलने ही वाला है।पर सपने कहाँ […]

तुम, अपनी उदास काली अंधेरी रातें मुझे दे दो। अपने सभी दुख दर्द आंसू अकेलापन उदासियां सब मुझे दे दो॥ सर्दी, गर्मी पतझड़ आंधी तूफ़ान भी मुझे दे दो। और, ले लो मेरे हिस्से की धूप बसंत हंसी खुशियां। इस नव वर्ष के उपलक्ष्य पर, मैं ले लेना चाहता हूँ। […]

हमारी ही तरह तुम भी मरोगे, चिता की आग में तुम भी जलोगे। किसी के वास्ते कांटे न बोओ, इसी चकरोड पर तुम भी चलोगे। उसी दिन से तुम्हारी कद्र होगी, तुम अपनी बात जिस दिन कह सकोगे। जमाने में दया पाने के डर से, किसी के पांव तुम कब […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।