Read Time2 Minute, 22 Second
सबसे अच्छी मेरी नानी ।
रोज सुनाती एक कहानी।।
सबसे अच्छी मेरी नानी ।
रोज सुनाती एक कहानी।।
परियों जैसी दिखती है।
सुंदर सुंदर लिखती है। ।
कोयल सी इसकी वाणी।
सबसे अच्छी मेरी नानी ।
रोज सुनाती एक कहानी।।
सबकी आव भगत करती।
नहीं किसी से भी डराती।।
है बड़ी यह ज्ञानी ध्यानी ।
सबसे अच्छी मेरी नानी ।
रोज सुनाती एक कहानी।।
भूखों को यह देती खाना।
चिड़ियों को खिलाती दाना।।
पौधों को रोज देती पानी।
सबसे अच्छी मेरी नानी ।
रोज सुनाती एक कहानी।।
झूठ न बोल्ले है ये सच्ची।
बच्चों संग बन जाए बच्ची।।
बातें करती बड़ी स्यानी।
सबसे अच्छी मेरी नानी ।
रोज सुनाती एक कहानी।।
#यशपाल निर्मल
परिचय:श्री यशपाल का साहित्यिक उपनाम- यशपाल निर्मल है। आपकी जन्मतिथि-१५ अप्रैल १९७७ और जन्म स्थान-ज्यौड़ियां (जम्मू) है। वर्तमान में ज्यौड़ियां के गढ़ी बिशना(अखनूर,जम्मू) में बसे हुए हैं। जम्मू कश्मीर राज्य से रिश्ता रखने वाले यशपाल निर्मल की शिक्षा-एम.ए. तथा एम.फिल. है। इनका कार्यक्षेत्र-सहायक सम्पादक (जम्मू कश्मीर एकेडमी आफ आर्ट,कल्चरल एंड लैंग्वेजिज, जम्मू)का है। सामाजिक क्षेत्र में आप कई साहित्यक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्थाओं में सक्रिय रुप से भागीदार हैं। लेखन में विधा- लेख,कविता,कहानी एवं अनुवाद है। आपकी रचनाओं का प्रकाशन विविध माध्यमों में हुआ है। सम्मान की बात करें तो साहित्य अकादमी का वर्ष २०१५ का अनुवाद पुरस्कार आपको मिला है। ब्लॉग पर भी सक्रिय यशपाल निर्मल को
कई अन्य संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित किया गया है। आपके लेखन का उद्देश्य- समाज में मानवता का संचार करना है।
Post Views:
642
Fri Jul 20 , 2018
१ दैवीय है — आपका स्वरूप २पूजनीय है—आपके चरण ३ करणीय है–आपकी पूजा ४ लेखनीय है -आपका चरित्र ५ माननीय है -आपकी मृदुता ६ मोहनीय है—आपकी ममता ७ दर्शनीय है– आपकी छवि ८ पठनीय है —–आपके लेख ९ माननीय है-आपका पराक्रम १० श्रवणीय है-आपके उपदेश ११वर्धनीय है –आपकी प्रसिद्धि १२पालनीय […]
हार्दिक आभार मातृभाषा
बहुत अच्छी कविता. हार्दिक बधाई