बिहार की यह राजधानी इतिहास की निशानी गंगा किनारे पटना शहर बहे पवित्र-धारा जीवन कल-कल। गाँधी मैदान और गोलघर दे रही शकुन पल-पल गाँधी सेतु और अशोक महल गौरव बढ़ाए हर- पल। चाणक्य बुद्ध और गुरू गोविन्द जन-जन का बना पदचिह्न। स्वतंत्रता आन्दोलन के वीर कुँवर सिंह की जोश की […]

उबलता हुआ घुआँ में जैसे लहर आयी हो बूँद-बूँद को तड़पेगा दृढ इच्छा शक्ति के सहारे तेरे फैसले होने लगे वायदे के सहारे। सदियों से हमारा पानी पीकर आँख हमें दिखलाता रहा हमें जख्मों पर जख्म देता रहा वर्षो से आँख मूँदकर हमारी सरकारे सोती रही। आबाद रहे सरकार हमारी […]

लहराये तिरंगा मंजिल की ओर बढाए तिरंगा गणतंत्र दिवस पर जोश बढाए तिरंगा। तेरे नीचे नतमस्तक हैं देते सभी सलामी तेरे रक्षा की खातिर हँसते-हँसते देते कुर्बानी लहराये तिरंगा मंजिल की ओर बढाए तिरंगा। शौर्य शांति हरित क्रांति का प्रतीक तिरंगा उजला हरा केशरिया सभी के रगो में समाया तिरंगा […]

अवसरों का लाभ लो तुम               समय को पहचान कर। बहुमूल्य जीवन के सभी              ऋतुओं को अपना मान कर||                  तुम श्रेष्ठ कृति हो ब्रह्म की           […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।