भाषाएँ और माताएँ अपने पुत्रों से सम्मानित होती हैं – प्रो. द्विवेदी हिन्दी विश्व की तकनीकी मित्र भाषा – डॉ. विकास दवे श्री मनोज श्रीवास्तव और प्रो. करुणाशंकर उपाध्याय हिन्दी गौरव अलंकरण 2024 से विभूषित देश के विभिन्न प्रान्तों से आए पाँच कवि काव्य गौरव अलंकरण से अलंकृत इंदौर। हिन्दी […]

इंदौर । मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा वर्ष 2023 का हिन्दी गौरव अलंकरण डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित (उज्जैन) और प्रो. संजय द्विवेदी (नई दिल्ली) को प्रदान किया जाएगा। 19 फ़रवरी को इंदौर में अलंकरण समारोह आयोजित होगा। संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘अलंकरण का यह चौथा […]

मातृभाषा उन्नयन संस्थान का प्रतिष्ठित सम्मान देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए दृढ़ता से कार्य करने वाले प्रतिष्ठित ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ द्वारा हिन्दी भाषा की अनवरत सेवा के लिए प्रदान किए जाने वाला सर्वोच्च सम्मान ‘हिन्दी गौरव अलंकरण’ है। इसकी शुरुआत वर्ष 2020 से हुई […]

इन्दौर। मध्य प्रदेश के यशस्वी राज्यपाल माननीय मंगुभाई पटेल जी से राजभवन भोपाल में मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन अविचल ने भेंट कर उन्हें फ़रवरी माह में आयोजित होने वाले हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह में पधारने के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर राज्यपाल जी को […]

हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह सम्पन्न हिन्दी में हस्ताक्षर करना गर्व का कार्य- डॉ. वैदिक हिन्दी का गौरव यज्ञ है अलंकरण इंदौर। इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित आज हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह में वरिष्ठ पत्रकार एवं विचारक श्री कृष्णकुमार अष्ठाना एवं वरिष्ठ कथाकार व लेखिका डॉ. कृष्णा अग्निहोत्री को मातृभाषा उन्नयन […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।