– निर्देशक विक्रम भट्ट ने यह फिल्म बनाई है,जिसमें कलाकार-ज़रीन खान,करण कुंद्रा हैंl 1920 श्रृंखला की चौथी फ़िल्म न तो डराने में कामयाब रही है,न ही दर्शकों को बाँधने में सफल हुई हैl विक्रम भट्ट की `1920` श्रृंखला की यह चौथी फ़िल्म `1921` हैl पहली फ़िल्म `1920` सन २००८ में विक्रम निर्देशित आई […]

(इंदौर में एक स्कूल बस हादसे पर) दोस्तों,कोई भी बड़ा हादसा या दुर्घटना होने के बाद कवायदें शुरू होती है कि जिम्मेदार कौन ? ? क्योंकि,इस घटना का ठीकरा किसी के सिर तो फोड़ना ही होता है। अन्वेषण,जांच-पड़ताल.. इस तरह ताबड़तोड़ शुरु होती है कि,दिखावा किया जाता है कि हमसे […]

यह फिल्म लड़ाई,रोमांच और हास्य से लबरेज है,जिसके निर्देशक-जेक केड्सन और कलाकार-ड्वेन जॉनसन,जेक ब्लेक,केवीं हार्ट तथा केरेन गिलेन हैंl इसमें संगीत-हेरी जैकमैन ने दिया हैl दोस्तों १९९५ में आई `जुमानजी` के दूसरे भाग के रूप में यह फिल्म २२ साल बाद आई हैl चूँकि,२ दशक में पूरी दुनिया में तकनीकी तौर पर बदलाव और उन्नति […]

मुम्बईl निर्देशक अली अब्बास जफर और संगीतकार विशाल-शेखर की प्रतिभा से बनी फिल्म `टाइगर ज़िंदा है` में वाकई टाइगर का कमाल ज़िंदा हैl २ घण्टा ४१ मिनट की इस फिल्म में कलाकारों में-सलमान,कैटरीना,सुदीप,कुमुन्द मिश्रा,अनुप्रिया,गिरीश कर्नाड,परेश रावल और ईरानी अभिनेता सज्जाद देलफरूज आदि हैंl मुम्बई के खचाखच भरे सिनेमाघर सलमान के प्रशंसकों की संख्या जता […]

इन्दौर।मुम्बई पहुँचते ही खास दोस्तों का जमावड़ा हुआ और लघु फ़िल्म ‘बुलबुल’ देखने के लिए संजय शेष ने कहा। फ़िल्म देखी तो उसके बारे में लिखे बिना नहीं रहा गया। यह फिल्म महज २५ मिनट की है,लेकिन साजो-सामान और बजट किसी आम फ़िल्म से कम नहीं है। स्थलों से लेकर […]

पूर्वालोकन……….. २०१२ में टाइगर की सीक्वल ५ साल बाद ‘टाइगर ज़िंदा है…’ के साथ प्रस्तुत होने जा रही है। वह फ़िल्म बड़े स्तर पर कामयाब रही थी और पहले ही दिन ३३ करोड़ की ओपनिंग दी थी  तथा २०० करोड़ पार का धन सँग्रह किया था। ‘टाइगर ज़िंदा है’ टाइगर […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।