चल रात सिरहाने रखते है । उजियारों को हम तकते है । दूर गगन में झिलमिल तारे , चँदा से स्वप्न सुहाने बुनते है । सोई नही अभिलाषा अब भी , नव आशाओं को गढ़ते है । चल रात सिरहाने … थकता है दिनकर भी तो , साँझ तले क्षितिज […]
वो आता उषा के संग , किरण आसरा पाता । संध्या के संग हर दिन , दिनकर क्यों छुप जाता । तजकर पहर पहर सबको , वो एकाकी चलता जाता । हर प्रभात का दिनकर , संध्या दामन ढल जाता । #विवेक दुबे परिचय […]
अंगारों सी तपती सड़कों पर, जब डंपर दौड़ लगाते हैं, मानों जैसे सौदागर जानों पर, मौत की होड़ लगाते हैं, देती नगद हवाला मृत्यु चलते फिरते जीवन का मोलभाव फिर कहां से होगा रफ्तार में छिनते जीवन का एक काम करो ऐ सौदागर, कुछ सड़क किनारे गुमटी खोलो कुछ साज […]
यह शांत मन यह निशांत मन। छुपाता बहुत कुछ जनता मन। यह ज्ञान मन यह विज्ञान मन । जानता बहुत कुछ नादान मन । यह अंबर मन यह गगन मन । उठता बहुत झुक जाता मन। यह नीर मन यह निर्मल मन । थमता बहुत बह जाता मन । यह […]
शब्द शब्द हम गढ़ चलते हैं। शब्द वही पर अर्थ बदलते हैं। लिखकर शब्दों से शब्दों की भाषा, अक्सर हम शब्दों से छल करते हैं । — उस दर्द से न होना खुश तू । उस दर्द की भी थी ज़ुस्तज़ू । सीखा था मुस्कुराना उसने भी , ग़मों की […]
चौड़ी छाती वालों का, यूँ एक राजनीतिक साल गया। मातृभूमि की सेवा में, फिर एक बेटे का भाल गया॥ वह कोई नहीं तुम्हारा था, बस माँ की आँखों का तारा था। पर अपने छोटे बच्चों का, वह केवल एक सहारा था। यूँ कई बार लड़ते-लड़ते, वह मृत्यु को टाल गया। […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।