हां हां मैं पागल हूँ क्योंकि मैंने डा केशव बलिराम हेडगेवार जी द्वारा स्थापित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व राष्ट्रीय कैडिट कोर से राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा पाकर राष्ट्रभक्त बना हूँ मैंने बाल्यावस्था से राष्ट्रभक्ति के गीत जाकर देखो हल्दीघाटी हुई रक्त से लाल इत्यादि गाए हैं मैंने छत्रपति शिवाजी झांसी की […]

बिक रहे हैं हर घड़ी, ये कैसा अभिमान है.. सविधान दिवस पर ही, सविंधान का अपमान है.. जनता ठगी थी, ठगी की ठगी ही रह गई… कहीं कुर्सी का मलाल, कहीं कुर्सी का अरमान है… # सचिन राणा “हीरो” हरिद्वार (उत्तराखंड) Post Views: 298

बाँके बिहारी आओ ना। मुरली मनोहर आओ ना। राधा के मोहन आओ ना। त्रिलोक के स्वामी आओ ना। देश भंवर में डोल रहा है कलयुग चरम पे बोल रहा है द्रोपदी खडी है चौराहे पर चिर हरण तुम बचाओ ना। बेटे मरे है सीमाओ पर गाये कटी है सड़को पर […]

कुछ तो बात है उनमें, तभी लोग उनके हो जाते है। अपने अपने प्यार का इजहार करने, गुलाब का फूल लेकर, बार बार सामने जाते है। भले ही कुछ बोल न सके, पर अपनी बात गुलाब दिखकर समझते है। और अपनी चाहात को, उन्हें दिखाते है।। कमबख्त ये दिल भी, […]

अमृतबेला में अमृत बरसाता रोज सुबह आकर हमें उठाता अंतरमन में सदविचार देकर जागरूकता का पाठ पढाता नियम,संयम,ध्यान कराता तीनो कालों का बोध कराता याद में मुझको अपनी रखकर पतित से मुझे पावन बनाता निमित्त बनाया उसने मुझको ज्ञान दिया अपना मुझको सुबह सवेरे स्वयं लिखवाता सारा श्रेय मुझको दे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।