राजतंत्र उखाड़ा हमने, आज का लोकतंत्र निराला है। चाबी है भूखे नेताओं के पास , प्रजातंत्र के ताला है ।। नेताओं के वादों ने,जनता को गुमराह कर डाला है। बहाया है पैसा खरबों, ये तंत्र राजशाही का साला है।। आज़ाद भारत ने सोचा,देश का संविधान रखवाला है । प्रश्न इस […]

खड़ा था , सड़क पर , वह फूटी सी, उड़ती धूल, गड़े गढ़े, चकित आँखें, विगलित हो रहा , स्वयं , फैशन से भरी सड़क , देखकर , है इन्सान , पथभ्रष्ट, विचलित , अनैतिक राह पर, अनुसरण उसका, चकित मानव मन ! #सुनील कुमार पारीक ‘शनि’ परिचय : सुनील कुमार […]

उनसे नजरें क्या मिली,कोई अपना हो गया। चाहता हूँ में उनको,पर दिल उनका हो गया॥   नजर चुराने के इस खेल में,खुद को हरा बैठे। दुनिया को जीतकर भी,हम अपने को गँवा बैठे॥   अपने को खोकर, उनको पाकर स्वयं को बिसरा गए। दिल है दिल चाहता है,दिल में बसेरा […]

तुम चाय की पत्ती, मैं तुम्हारा दूध, बिन तुम्हारे अस्तित्व विहीन मैं हुआ बेसुध।   तुम समाहित होती मुझमें, निखर उठता रूप, अपना लिया तुमने मुझको, धन्य हुआ ये कुरूप, तुम बिन ले उबाल हो जाता मैं क्रुद्ध, मिलन होता तुमसे हो शांत, तुम पर हो जाता मुग्ध मचल उठता […]

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तारों की बरात लेकर आ गए चन्दा मामा। दूल्हा बनकर दुनिया में छा गए चन्दा मामा॥ चन्दा मामा निकल पड़े हैं मामी की तलाश में। दर-दर भटक रहे हैं देखो बादल संग आकाश में॥ प्यारे-प्यारे सारे तारे भूल गए हैं रास्ता। भटक गए हैं,लटक गए हैं कैसे करेंगे नाश्ता॥ निशा-रानी […]

शिक्षण है कर्म मेरा,सुअनील बहाता हूँ। कर्म में हम रत रहें,यही ध्यान लगाता हूँ॥ गाँव बम्बू में जन्म लेकर, शिक्षा यही पाई है। शिक्षा पाकर बड़ा बन बेटा,ये दुनिया पराई है॥ दुनिया पराई है तभी,अपनी जानकर अपनाई है। सबको जीवन दिया माँ ने,कहते ईश्वर ने दुनिया बनाई है॥ मातृ रज़ […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।