तू जिगर का टुकड़ा है मेरा, कैसे तुझसे मैं अंजान बनूं। तू वस्तु नहीं जान है मेरी, भला कैसे मैं तेरा दान करूं ? तुझसे महकता है मेरा घर-आंगन, तुम्हीं से है मेरा यह जीवन। मेरे जीवन का आधार,मेरा प्राण है तू, भला कैसे मैं तेरा दान करूं ? बस […]
जीवन का संघर्ष कठिन है, खुद ही खुद से लड़ना पड़ता है और स्वयं कविता लिखकर के, स्वयं उसे पढ़ना पड़ता है। अंतर्द्वंद हमेशा चलता, सदा हृदय में अगर मगर है स्वयं चला पथ पर तो जाना, सरल नहीं है कठिन डगर है॥ बड़े-बड़े गड्ढे हैं पथ पर, कंटक भी […]
ओढ़कर श्याम के रंग की ओढ़नी इस कदर आज मीरा दिवानी हुई, भूलकर वो जहां प्रीत की रीत में प्रेम की एक पावन कहानी हुईl छोड़कर महल,त्याग सब कुछ दिया प्रीत की डोर से बाँध उसको लिया, बोल मीठे हुए खुद हुई बाँसुरी श्याम के प्रेम में बस रहे आतुरी, […]
बच्चे मन के सच्चे, नहीं उनसे सच्चा कोई। बच्चों का दिल होता, गंगाजल-सा पावन। बच्चों की तो हर बात ही, होती निराली है। वे तो होते हैं जैसे, कोई दमकता हीरा। नहीं मन में कोई उनके, अपना या पराया होता। उनकी तो अपनी, दुनिया ही अलग होती है। बच्चे मन […]
पेट की ज्वाला उसकी मजबूरी है, जीने की तृष्णा ने उसे यूं आसक्त कर रखा है कि वह जीने के लिए रोज मर रही है, मरने को हर दिन संवर रही है। खुद को जिंदा रखने को, वह भोग बन गई है। अरमानों का रंग चढ़ाने को, मुर्दों-सी तन गई […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।