इन्दौर। साहित्य के लिये समर्पित अखिल भारतीय संस्था काव्यकुल संस्थान(पंजी.) के द्वारा  इटारसी मध्यप्रदेश के  राष्ट्रीय युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक देवेन्द्र सोनी को  *गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान* से विभूषित किया गया।काव्यकुल संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अंतरराष्ट्रीय सम्मानित साहित्यकार *डॉ राजीव पाण्डेय* ने बताया कि संस्था के द्वारा हिन्दी […]

इन्दौर। हिन्दी भाषा के प्रचार के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना दायित्व निर्वहन कर रही मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा प्रत्येक दिन डिजिटल रूप से देश-विदेश के रचनाकारों को जोड़कर हिन्दी उत्सव मनाया गया। कोरोना के कारण विगत 22 मार्च 2020 से ही पूरे भारतवर्ष में देशबन्दी लागू है। इस […]

कवि मोलवा ने बढ़ाया कवियों का हौसला इंदौर । कोरोना संक्रमण काल में जहाँ एक ओर व्यक्ति कोरोना से जूझता रहा और दूसरी ओर घर बैठे-बैठे व्यक्ति अवसादग्रस्त भी होता ही गया, ऐसे काल में मातृभाषा उन्नयन संस्थान के माध्यम से राष्ट्रीय कवि मुकेश मोलवा के फेसबुक पृष्ठ पर नवोदित […]

मधुशाला साहित्यिक परिवार उदयपुर द्वारा होली प्रतियोगिता में बिहार पटना के लेखक आशुतोष कुमार झा को सम्मान पत्र से नवाजा है।इस प्रतियोगिता में देश भर के साहित्यकारो ने भाग लिया सभी को मधुशाला परिवार की ओर से सम्मानित किया गया है।आशुतोष ने बताया कि ऑन लाइन प्रतियोगिता के जरिये ऐसे […]

नई दिल्ली द्वारा समीक्षाधीश तथा कलम बोलती है साहित्य ग्रुप द्वारा पुरूष रत्न सम्मान पत्र से विभूषित हुए पटना बिहार के लेखक आशुतोष कुमार झा।उन्होंने बताया कि होली के दिन यह दो सम्मान उनके लिए बहुत मायने रखती है यह सम्मान संस्थान द्वारा दिए गये विषय पर अपनी समीक्षात्मक कार्य […]

अभय जी पत्रकारिता के शिखर और कुम्भज जी है कविता का कुम्भ – आनंद मोहन माथुर इंदौर । हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्ध ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ 24 फरवरी 2020, सोमवार को स्थानीय श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति, इंदौर में हिंदी पत्रकारिता के शिखर व दशकों तक नईदुनिया के […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।