इंदौर। हिन्दी भाषा के प्रचार के लिए प्रतिबद्धता से कार्यरत मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा नगर में कार्यरत हिन्दी सेवी शशि जोशी एवं किरण शर्मा को संस्थान की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.नीना जोशी ने भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया। संस्थान द्वारा देश के प्रत्येक प्रदेश में हिन्दी भाषा का प्रचार प्रसार […]

‘रसानुभूति’ द्वारा परिचर्चा आयोजितइंदौर। रस छन्द, अलंकार, अभिव्यंजना, बिम्ब विधान के अतिरिक्त राई में  सागर उतर आया! सही मायने में  छहढाला अध्यात्म, नीति और मौलिकता का प्रबन्ध काव्य है।    ये उद्गार दिल्ली के डॉ. वीरसागर जैन ने सर्वोदय अहिंसा ट्रस्ट एवं मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा आयोजित जैन साहित्यकारों के […]

सामाजिक कार्य कर नशा मुक्ति अभियान प्रणेता ब्रेस्ट कैंसर अवेर्नेस प्रोग्राम आयोजक तथा हिन्दी गुजराती कवि लेखक अनुवादक और इंडियन लायंस गांधी नगर, पूर्व ऑफिस सुपरिटेंडेंट जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ऑफिस अहमदाबाद, एवं गांधी नगर साहित्य सेवा संस्थान गुजरात के अध्यक्ष श्री डॉ गुलाब चंद पटेल को नारायण मानव सेवा […]

इलेक्ट्रॉनिक हिंदी साहित्य के आनलाइन काव्य सम्मेलनों में अब तक के सबसे बड़े काव्योत्सव के रूप में सम्पन्न हुआ देश के विभिन्न प्रांतों से 122 जेष्ठ-श्रेष्ठ कवियों ने लिया हिस्सा मिथलेश सिंह ‘मिलिंद’ (आजमगढ़) , साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के अध्यक्ष राजवीर सिंह मंत्र जी के तत्वावधान में काव्य मंच […]

प्रेरणा जनसहयोग फाउण्डेशन  टीम हरियाणा द्वारा कोरोना लाकडाउन में आगर के राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत शिक्षक डॉ दशरथ मसानिया द्वारा विगत 4 माह में जो शैक्षणिक नवाचार कर सोशल मीडिया के माध्यम से देशभर के छात्रों तक पहुंचाया । इस सृजनात्मक कार्य को देखते हुए फाउण्डेशन ने डाॅ मसानिया को कोरोना […]

इंदौर। लॉक डाउन काल के दौरान जनमानस को अवसाद से मुक्त करने की दिशा में मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा एक युद्ध अवसाद के विरुद्ध चलाया गया, जिसके अंतर्गत कवि मुकेश मोलवा एवं कवि हिमान्शु भावसार हिन्द के फेसबुक पृष्ठ से लाइव कवि सम्मेलन आयोजित किए गए। इस दौरान कवि सम्मेलन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।