पिता  रक्षक   है  बच्चों का संसार है पिता बच्चों की खुशियों पर बलिहार है हर आवश्यकता पूरी करता है वो नहीं मेहनत मजदूरी से डरता है वो चाहे जितना कठिन हो उसके लिए अन्न खाने को भरपूर भरता है वो रहता दिल में उसके सदा ही प्यार है पिता बच्चों […]

   ह्रदय के भीतर से ही चला आँसू धीरे से  आंख में आ गला आँसू    प्रीत छिपती कहाँ है छिपाने से प्रेम की प्राणवायु ले पला आँसू    किसी ने लिया समेट मोती जैसे किसी को शूल सम खला आँसू किसी मासूम की आँखों मेंआकर बन हीजाया करता जलजलाआँसू […]

योग भगाए रोग, रखे निरोग। योग शरीर, मन और आत्मा को रखता जोड़, यही जीवन का निचोड़, इसलिए योग अपनाओ। योग का गौरवमयी इतिहास, प्राकृतिक पद्धति से देता लाभ, योग से मन की वृत्तियों पर रहता नियंत्रण, जीवन मे लाता सकारात्मक परिवर्तन, इसलिए योग अपनाओ। योग शरीर को देता उत्तम […]

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आज मैंने फिर एक पौधा लगाया, पर मुझे आज एक अलग ही मजा आया, पत्तों ने किया जैसे हिल कर अभिनन्दन, याद दिला रहें हों, जो है हमारा अटूट बंधन। कुछ दिन तो, पौधा जैसे कहे , रखो मेरा ख्याल, फिर सारी उम्र रखूंगा, मैं तुम्हें संभाल, दूंगा मै तुम्हें […]

अब खुदा की भी इनायत हो गई है। प्यार करने की इजाजत हो गई है। क्यूँ नहीं रखता ये धीरज दिल मेरा भी। शोखियों को भी शिकायत हो गई है। चाशनी मे प्रेम की हैं …….डूबते हम। दूर हमसे अब हिकारत हो गई है। इक नजर में दे दिया ये […]

2122  1212  22 मयकदे की शराब हो जाते आप थोड़े ख़राब हो जाते ******* ख़ार होते नहीं जो दामन में। आप बेशक गुलाब हो जाते। ******** कनखियों से जोे देखती तुमको। उस हसीं का हिजाब़ हो जाते। ******** जिसमें क़लमा रहे मुहब्बत का। ऐसी कोई किताब…  हो जाते। ******* इक […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।