जब भी तुम उदास होते हो, उदासी मेरे चेहरे पर छा जाती है। आँसूओं से आँखें तेरी नम होती है, बरसात मेरी आँखों से हो जाती है। न जाने कौन-सा रिश्ता है हम दोनों में, तू रातभर करवट बदलता है,नींद मुझे भी नहीं आती है। तेरी मुस्कुराहट मेरे होंठों की […]
सर्द रातों में ठिठुरती जिंदगी, फुटपाथ पर,मन्दिरों पर, स्टेशन पर… और उन तमाम जगह, जो बन जाता है उन यतीमों का आशियाना, जो तलाशते हैं थोड़ा-सा सुकून, थोड़ी-सी नींद उस खुले आसमान तले, जो बना देती है सर्द भरी रातों को बर्फ की तरह। जिसमें गुजारते हैं वो सभी अपनी […]
माँ की गोद में सोइए,माँ है सुख की छाँव। चरण पिता के छूइए,जिनके छाले वाले पाँव॥ माँ घर की लक्ष्मी,भरा रखे वो भण्डार। पिता घर के कुबेर,हमारे हैं वो कर्मधार॥ माँ फूलों की बगिया,महकाए हर क्यारी। अपने बच्चों की हर अला-बला उसने अपने ऊपर वारी॥ अपनी दुःख तखलीफ़ को सबसे […]
‘राम तुम्हारी माँ का पत्र आया है,’दीपा ने चिढ़ते हुए कहा। ‘क्या लिखा है जरा पढ़ना तो’, राम ने दीपा से कहा। ‘क्या लिखा होगा! यही कि,सर्दियाँ आ गई है,मुझे यहां से ले जाओ। हर बार का नाटक। बीमारी का बहाना बनाकर आ जाती है और पूरी ठंड में हमें […]
मन की अभिव्यक्ति है शब्द, तन की अनुभूति है शब्दl बोली की मिठास है शब्द, आपस में कभी खटास है शब्दl गीता के उपदेश हैं शब्द, सीता के संदेश हैं शब्दl मीरा की भक्ति है शब्द, कान्हा की शक्ति है शब्दl जीवन का हर भाव है शब्द, कभी धूप तो […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।