आंधियां नफरतों की कुछ ऐसी चलने लगीं फिज़ा मेरे शहर की वो देखो बदलने लगी हर जगह कत्लेआम है हर गली सन्नाटा हुआ लोगो की खुशियों को ममता नफरतें निगलने लगीं आंधियां नफरतो …….. हर आदमी सहमा यहाँ एक दूसरे से डर रहा दोस्ती के रिश्तों में भी नफरते घुलने […]
mamata
`अ` से ज्ञ` तक लेकर अक्षर, हम सुंदर गीत लिखें। जिसमें अपनी भारत माँ का, रंग-रुप सुंदर दिखे। प्यारा हिन्दुस्तान,प्यारा हिन्दुस्तान, प्यारा हिन्दुस्तान,प्यारा…। `अ`-अलख जगाकर देशभक्ति का, लिखें इक गीत वितान। `आ`-आओ सारे भारतवासी, लिखें भारत जय गान। `इ`-इंडिया को फिर बना लें, अपना प्यारा भारत। `ई`-ईश्वर ने भर दी […]