म.प्र.स्थापना दिवस पर विशेष मेरा प्रदेश है इतना सुन्दर नाम है इसका मध्यप्रदेश , कल-कल करता बहता झरना भेड़ाघाट कहाता है, पतित-पावन जल है जिसका वह नर्मदा कहलाती है। मेरा प्रदेश है….॥ माँ चामुंडा का तपवन है कहीं अहिल्या का राजवाडा़, हिन्दू,मुस्लिम,सिख,इसाई बसे हुए हर क्षैत्र में, जन्म लिया है […]

 ७५वीं वर्षगांठ पर विशेष भारतीय फिल्माकाश पर आज अलौकिक दैदीप्यमान तारे की तरह गत पांच दशकों से अपने अभिनय की चहुंऔर बहुमुखी आभा बिखेरते चले आ रहे अमिताभ बच्चन की आज ११ अक्टूबर को ७५ वीं वर्षगाँठ है। एक ऐसा व्यक्तित्व,जो अभिनय रुपी शहद के कटोरे से मंद-मंद मुस्कान बिखेरने […]

2

हिन्दी नारी की बिंदी है, उससे अंगार निकलने दो ये मन-से करुणा है हिन्दी, जन-जन का सपना है हिन्दी। भावों की तूलिका है हिन्दी, बिटिया की लोरी है हिन्दी माँ-सी आहट है हिन्दी, फौजी की भाषा है हिन्दी। हिन्दी जीवन का गहना है, बस ये ही तुमसे कहना है, अब […]

आओ बातें करें हम सारे सुधीजन , बीते दिनों की कहानी कहें हम , राजा और रानी की सात भाइयों की , खरगोश, कछुए की लंबी दौड़ की , चूहे और शेर के छोटे-से वादे की , प्यासे कौवे की गजब चतुराई , मगर और बंदर के मीठे कलेजे की […]

बांसुरी के सुर में बंधकर गीत लिखना आ गया, देखकर सूरत तुम्हारी यूं लगा वो आ गया। थी बही यमुना जहां पर वो किनारा पा गया, आस बांधी थी जहां पर लो कन्हैया आ गया। सांवली सूरत जो देखी मन में आ गया खुमार, यूं लगा सावन-सा जैसे फिर से […]

    शहर के ख्यात रसूखदारों में से एक करोड़पति नयनसुख ने अपनी बिटिया के विवाह से चार दिन पूर्व से ही महंगा डीजे मंगा लिया। संगीत की कानफोडू धुनों व भद्दे गीतों पर नृत्य का सिलसिला रात के दो-दो बजे तक अनवरत जारी रहता।    चौथे दिन बारात आई […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।