उसी पे चाँद है बादल उसी पे पानी है मेरा ज़मीन से रिश्ता भी आसमानी है वो एक शख़्स है काहिल मगर है दौलत भी किसी किसी पे खुदा की भी मेहरबानी है रखेगा किस तरह आखिर मुझे छुपाए हुए मैं जनता हूं कि खुशबू वो ज़ाफ़रानी है शहर का […]

ना जाने कौन सा रस्ता तलाश      करता हूं कि अब तो मैं भी तुम्ही;सा तलाश करता हूं हमारे जिस्म के हिस्से में गड़ गया था   जो मैं आज तक वही शीशा तलाश करता    हूं वो एक शख्स जिसे देखने   का आदि   था मैं आज तक वही चेहरा तलाश   करता हूं […]

1…चावल रोटी और तरकारी बीती इसमें उम्र हमारी 2- जब से उसमें सियासत आई नहीं रहा वो भाई भाई…. 3- उस ज्योतिष ने क्या -क्या देखा नहीं दिखी पर हाथ की रेखा… 4- पत्नी माँ बेटी पे कविता रो रही लेकिन घर की सीता… #डॉ.जियाउर रहमान जाफरी  परिचय : डॉ.जियाउर रहमान […]

ज़रूरी क्या है अभी   आ के लौट जाने की ज़रा सी लाज तो रख लो गरीबखाने     की सुना है वो यकीं जीतने में रखता         है सुना है उसकी भी आदत थी हार जाने  की खुदा ने फिर से बचाया अना परस्तों    से किसी ने आबरू रख ली गरीबखाने     की वो […]

बड़े लोगों का रुतबा बोलता है, वो चुप भी हो तो लहजा बोलता हैl वो खुद को शहर का कहता नहीं है, मगर उसका सलीका बोलता हैl वो गंदा जेहन का जितना हो लेकिन, वो माइक पर तो अच्छा बोलता हैl छुपेगी क्या हमारे घर की हालत, मेरा सारा दरीचा […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।