हाथ पकड़ कर थाम के दामन, मुझको पार लगा दिया.. प्यार-व्यार क्या जानूं मैं मुझको प्यार सिखा दिया। कितने रिश्ते आए, किसी को न भाया.. वजह केवल इतनी-सी थी दुबला-पतला ठहरा मैं, दुबली-पतली काया.. या फिर गरीब था मैं, पास नहीं थी माया धन्य-धन्य हो तुम प्रिये, साथ […]
नित उठ प्रातः कीजिए,पैदल.. पैदल लम्बी सैर। नदी निकट यदि बह रही,तैर.. सको तो तैरll सन्ध्या वन्दन कीजिए,अनु.. दिन प्राणायाम। जितना सम्भव हो सके,शुरू.. करो व्यायामll जो जन करते नित्य हैं,प्रातकाल.. उठ योग। स्वस्थ,सबल,दीर्घायु हो,रहते.. सदा निरोगll योग भगाता रोग है,कांतिवान.. मुख तेज। स्वस्थ,सबल बनना चाहो,खान.. पान […]