शान है मेरी तिरंगा मत इसे कपड़ा समझना ताक में दुश्मन खड़ा हैे मत कभी पलकें झपकना मुश्किलों से मिल सकी है देश को आजाद धरती अब नहीं स्वच्छंदता से मंच पर फूहड़ मटकना ये धरा है ऋषि मुनी की तप तपोबल से भरी है छोड़ तो तुम अब नशे […]
केवल सैनिकों का लहू लाल होता है श्वेत रक्तधारियों की तो बस जिह्वा में उबाल होता है । अगर इन्हें विरोध करना हो सरकारी नीति का तो ये ही उल्लंघन करें संविधान का, और सड़कों पर भी इन्हीं का बवाल होता है। लगा कर आग परिस्थिति से भाग इन्हें ,न […]
आँगन में दीवार न करना रिश्तों को अखबार न करना वाणी मधुर तरल रहने दो शब्दों को तलवार न करना मन मरुथल जैसे हो जिनके उनसे तुम मनुहार न करना अभी अभी मन को समझाया फिर पायल झंकार न करना दिल के मीठे लब्ज पढ़ें थे कटुता का व्यवहार न […]
गरजत ‘गगन’ मद में हैं मेघा, लरजत मन पुलकित सस्नेहा, तरस रहा तन पी संग नेहा, बाहुपाश, रति, मधुमास विशेषा, कौंध रही है तड़ित दामिनी, जाग रही मंत्रमुग्ध यामिनी, संवर रही है धरती मानो, सुहाग सेज चिरप्रतीक्षित बेला, मचल रही उन्मादित ‘अगन’ मंद, अम्बर लिख रहा बूंदों संग […]
इंदौर। हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा चलाये जा रहे जनसमर्थन अभियान के तहत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन अविचल ने बुधवार को केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री विष्णु देव साई से इंदौर में होटल रेडिसन में भेंट की। हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।