जनसमर्थन अभियान के तहत केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री से भेंट 

0 0
Read Time1 Minute, 58 Second
36634883_1664144016974089_6118949257031450624_o
इंदौर। 
हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा चलाये जा रहे जनसमर्थन अभियान के तहत संस्थान के  राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन अविचल ने बुधवार को केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री विष्णु देव साई से इंदौर में होटल रेडिसन में भेंट की।
हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए देश के ५४५ सांसदों व मुख्यमंत्रियों का समर्थन आवश्यक है इसी कड़ी में मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी के लिए जनसमर्थन अभियान चलाया जा रहा हैं, इसी के अंतर्गत केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री विष्णु देव साई के इंदौर प्रवास के दौरान संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन अविचल ने मंत्री जी से भेंट कर समर्थन प्राप्त किया और साथ ही अपना काव्य संग्रह ‘काव्यपथ’ भेंट किया । इस दौरान डॉ जैन के साथ मुम्बई  के पत्रकार चंद्रकांत जोशी,अपराधों की दुनिया के सम्पादक जितेन्द्र वामने, सह संपादक विक्की शर्मा भी साथ रहे। मंत्री जी ने हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने की बात संसद में उठाने का कहा व हिन्दी के सम्मान में हर भारतीय को मैदान में उतरने का आग्रह भी किया।  उक्त जानकारी संवाद सेतु रोहित त्रिवेदी ने दी।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

लगन की अगन

Thu Jul 5 , 2018
गरजत ‘गगन’ मद में हैं मेघा, लरजत मन पुलकित सस्नेहा, तरस रहा तन पी संग नेहा, बाहुपाश, रति, मधुमास विशेषा,   कौंध रही है तड़ित दामिनी, जाग रही मंत्रमुग्ध यामिनी, संवर रही है धरती मानो, सुहाग सेज चिरप्रतीक्षित बेला,   मचल रही उन्मादित ‘अगन’ मंद, अम्बर लिख रहा बूंदों संग […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।