. *1* मौसम सर्दी का हुआ, ठिठुरन लागे पैर। बूढ़े और गरीब से, रखती सर्दी बैर। रखती सर्दी बैर, दोउ को खूब सताती। जो होते कमजोर,उन्हे ये आँख दिखाती। कहे लाल कविराय ,होय ये ऋतु बेदर्दी। चाहे वृद्ध गरीब, आय क्यों मौसम सर्दी। . *2* गजक पकौड़े रेवड़ी,मूँगफलीअरु चाय। ऊनी कपड़े पास […]