नव वर्ष 

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pushpendra
ऐसा नव वर्ष मनाएं क्यों,
ऐसी संस्कृति बनाएं क्यों ?
जब मदिरालय की मदहोशी का
मातम फैला रहता हो,
सोने की चिड़िया का यौवन
धुआं नशे में जकड़ा हो,
जब आधुनिकता में आकर
अश्लील तराने बजते हों,
जब तोड़ के सारी मर्यादा
 तन के श्रृंगार बरसते हों,
पश्चिम की धुन पे आकर के
अपना संगीत भुलायें क्यों…
ऐसा नव वर्ष मनाएं क्यों।
ऐसी संस्कृति बनाएं क्यों ?
इतिहास हमारा कहता न
संस्कृति हमारी कहती न,
ठिठुरी प्रकृति की भौगोलिक
कोहरामय सृष्टि कहती न,
मौसम विज्ञान भी कहता न
सामाजिक जीवन कहता न,
हिंदी के चैत को हाँ बोलो
अंग्रेजी नव वर्ष को बोलो न,
‘पूष’ की भीषण सर्दी में
जब रातें गहरी-गहरी हों,
गर अपने ईश्वर परमेश्वर का
गुरुओं का हम ध्यान करें,
गर अपने मंदिर जाकर के
पूजन-पाठ विधान करें,
पुत्र श्रवण गर न बन पाएं
तो भी इतना ध्यान करें,
धरती पर भगवान मिले
उनका पूरा सम्मान करें,
गर मात-पिता के चरणों की…
सेवा का नियम बनाओ तो,
तब ही सार्थक होगा।
ऐसा नव वर्ष मनाओ तो॥

                #पुष्पेन्द्र जैन ‘नैनधरा’

परिचय : पुष्पेन्द्र जैन ‘नैनधरा’ का  सागर(मध्यप्रदेश) के गोपालगंज में निवास है। आप यहीं पर टाइल्स- मार्बल और सेनेटरी का व्यवसाय करते हैं। साथ ही कविताएं और लेख लिखने का शौक भी रखते हैं। कविता लेखन में विशेष रुचि है। १००० से अधिक रचनाएं लिख चुके हैं,जो कई संचार माध्यमों से प्रकाशित भी हुई हैं।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।