उदास शाम

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aabha

हायकू

उदास शाम..
गमगीन हवाएं
तन्हा मौसम।

गहरे पल,
अधूरा एक ख़्वाब.
सांसें बोझिल।

सुहानी याद,
बैचेन-सा मौसम..
भीगे हम।

बिखरे रंग,
लहराता है आंचल..
हँसे आँगन।

     #आभा चन्द्रा

परिचय : वर्तमान में लखनऊ में विद्यालय में कार्यरत आभा चन्द्रा की सम्प्रति स्वतन्त्र लेखन से है। आपकी लेखन विधा में गीत,ग़जल, कविता,लघुकथा, लेख तथा छंदमुक्त काव्य है। लेखन की दुनिया में आपकी पसंद और सक्रियता यही है कि, ‘अहसास एक पल’, ‘दीपशिखा’, ‘शब्द गंगा’,’शब्द अनुराग’, ‘भारत की प्रतिभाशाली हिन्दी कवियित्रियां’, ‘शब्दों के रंग’,’महकते अल्फाज़’, ‘सत्यम प्रभात’,’वर्ण पिरामिड’,’शत हायकूकार शब्दों का प्याला (सांझा संग्रह)’,’बूंद-बूंद सागर’ तथा ‘अपने-अपने क्षितिज’ (लघुकथा सांझा संग्रह) प्रकाशित हो चुके हैं। विविध समाचार-पत्रों व पत्रिकाओं में भी आपकी रचनाएं निरंतर बनी हुई हैं। लेखनी कार्य के लिए आपको नारी गौरव सम्मान, दो बार काव्य गौरव सम्मान,संपूर्ण व्यक्तित्व व कृतित्व के लिए दीपशिखा सम्मान एवं अमृत सम्मान हासिल हुआ है।

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।