तेरा दिल भी निकाल लूँ

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kumari archana
तेरा बेवफ़ाई पर
मेरा इंतकाम तो
कुछ भी नहीं,
तेरा दिल भी निकाल लूँ तो
मेरा दर्द कम न होगा,
जो रोज मेरी आँखों से
बिना रोके-टोके निकलता,
शोर ज़रा भी नहीं करता।
पर धड़कनों की गति में
अवरोध पैदा करता,
तो कभी रक्त के संचार में
रूकावटें डालता है,
कभी मन में द्वैष
पैदा करता है,
कभी मस्तिष्क को
इधर-उधर भटकाता है।
क्या तुझसे प्यार करना
बदले में थोड़ा प्यार तुझसे,
पाने की उम्मीद में
मेरा रोज जीना-मरना
तुझे गंवारा नहीं,
जो मेरी पहली भूल
आखरी भूल बनकर रह गई,
पुन:भूल करने के लिए
एक दिल होना जरूरी,
जो पहले ही तुम्हें दे दिया
इसलिए तो मुझे ‘पेसमेकर’
जल्दी लग गया,
चाहे जितनी बार दिल तोड़ो
दिल टूटेगा नहीं,
जब मेसमेकर के कलपुर्जे जबाब देगें
सब कुछ शांत हो जाएगा,
जो मेरे अंदर-बाहर उबल रहा॥
               #कुमारी अर्चना

परिचय: कुमारी अर्चना वर्तमान में राजनीतिक शास्त्र में शोधार्थी है। साथ ही लेखन जारी है यानि विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं में निरंतर लिखती हैं। आप बिहार के जिला-पूर्णियाँ ( हरिश्चन्द्रपुर) की निवासी हैं।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।