हामिद अंसारी को जवाब

0 0
Read Time1 Minute, 9 Second
suresh anjan
दिल बौने हैं सीने में पर,
ऊंचा कद पा जाते हैं।
फितरत ओछी रखने वाले,
ऊंचा पद पा जाते हैं॥
पदवी के चक्कर में खाते,
भारत माँ की कसमें ये।
सत्ता का सुख भोग लिया तो,
तोड़ रहे हैं रस्में ये॥
भारत में हैं नहीं सुरक्षित,
अब ये जुमले बन्द करो।
काम अरे ओ नमक हरामों,
देश भले के चंद करो॥
                                                                                   #डॉ. सुरेश अनजान
परिचय: डॉ. सुरेश अनजान मध्यप्रदेश के सोयत(आगर मालवा) में रहते हैं। जन्म-५ अक्टूबर १९७९ को गांव-लोहारिया में हुआ है। शिक्षा बीएससी सहित जनरल नर्सिंग एन्ड मिडवाइफरी (बेंगलुरू) और मेडिकल प्रैक्टिशनर हैं। देश में जागृति फैलाने के लिए आपने 
लेखन विधा में ओज व वीर रस को अपना रखा है। लेखन का उद्देश्य यही है कि,लोगों में देशप्रेम बना रहे। उन्हें देश के प्रति अच्छे कार्यों के लिए प्रेरित करते रहते हैं।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

कैसे करें भरोसा

Thu Aug 17 , 2017
कैसे करें भरोसा किस पर करें यकीं। खुदगर्ज है जमाना खुदगर्ज है जमीं॥ प्यार की आशा छोड़ दे, न कर कभी यकीं। यहाँ झूठी आस है और प्यार की है कमी॥ होंठो पर हँसी है,आंखों पर है नमी। बाहर से वो है इंसान,पर अंदर से नहीं॥ पग-पग तो है धोखा,जज्बात […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।