टुकड़े कर दिए प्यारे हिन्दुस्तान में

2
0 0
Read Time1 Minute, 8 Second
shashank sharma1
फ़ूट डालकर,बाँटा हमको,
भारत-पाकिस्तान में।
अंग्रेजों ने,टुकड़े कर दिए
प्यारे हिन्दुस्तान में॥
मैं हिन्दू,तू मुसलमां,
वह सिख,वे ईसाई।
जन्म लिया,भारत भूमि में
जैसे हो भाई-भाई॥
स्वर्ग-सा सुन्दर,अपना भारत,
क्यों बदला श्मशान में?
अंग्रेजों ने,टुकड़े कर दिए
प्यारे हिन्दुस्तान में॥
समाजसेवा के रूप में,
फिर,राजनीति थी आई।
क्षुद्र स्वार्थवश,धीरे से फिर
चिंगारी सुलगाई॥
वोट बैंक की,ख़ातिर भैया,
आग लगाई ,जहान में।
अब नेताओं ने,टुकड़े कर दिए,
प्यारे हिन्दुस्तान में॥

                                                                                           #शशांक दुबे

परिचय : शशांक दुबे पेशे से उप अभियंता (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना), छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश में पदस्थ है| साथ ही विगत वर्षों से कविता लेखन में भी सक्रिय है |

 

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

2 thoughts on “टुकड़े कर दिए प्यारे हिन्दुस्तान में

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

शिव स्तुति

Tue Jul 18 , 2017
हे रामेश्वर  हे नागेश्वर, हे कामेश्वर जय जय जय। हे अखिलेश्वर हे विश्वेश्वर, हे श्रवेश्वर जय शिव जय॥ हे त्रिपुरारि हे कामारि, विश्वपति करुणाकर जय। नीलकन्ठ हे अम्लेश्वर, पाशुपतेश्वर जय शिव जय॥ जय शिव शंकर जय प्रलयंकर, जय गिरीश  गिरिजापति जय। जय पशुपति महादेव उग्र भव, जय भीम ईशान शर्व […]

पसंदीदा साहित्य

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।