बेरोजगारी..

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कहते हैं जनाब यहाँ,भरपूर रोजगार है…,
कितनों का बाकी है कर
कितनों का गिरवी है घर,
कितनों के ऊपर देखो टूटा ये पहाड़ है…
किसी की बेटी भूखी,
किसी का बेटा भूखा
किसी का भूखा यहाँ पूरा परिवार है,..,
कोई आधा चोटिल है
कोई पूरा घायल है,
कोई अपने घर में ही पड़ा बीमार है…
जाने कैसा पाठ हमको पढ़ाती है दुनिया,
कहते हैं जनाब यहाँ,भरपूर रोजगार है।
खेतों में बढ़ता सूखा है,
किसान वर्षों से भूखा है…
जनता पर हो रहा ये कैसा अत्याचार है,
कोई देखो रुठा है
कोई थककर बैठा है,
पढ़ा-लिखा भी लग रहा पूरा बेकार है…
कोई दिन को भागता है,
कोई रातों को जागता है
दफ्तरों में लगी लम्बी-लम्बी कतार है…
जाने कैसा पाठ हमको पढ़ाती है दुनिया,
कहते हैं जनाब यहाँ,भरपूर रोजगार है।
                                                                      #सुमित भारद्वाज 
परिचय : सुमित भारद्वाज, उत्तरप्रदेश राज्य के मोहम्मदी खीरी (जिला-लखीमपुर खीरी) से सम्बन्ध रखते हैं। उम्र २२ साल और शिक्षा एम.कॉम.है। कुछ  रचनाओं का प्रकाशन महाराष्ट्र की एक पत्रिका में हुआ है। कवि सम्मलेन में भी रचना पाठ करते हैं। 

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।