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बिखराव है,
भटकाव है
टकराव है ये जिंदगी,
उम्र भर रिसता
हुआ एक घाव
है ये जिंदगी।
मझधार में सिमटी
हुई एक नाव
है ये जिंदगी,
शाम-सा मेला है जग
बहकाव है ये जिंदगी।
तक़दीर के हाथों,
छला हुआ एक
ख्वाब है ये जिन्दगी।
#श्रीमती राजेश्वरी जोशी
परिचय : श्रीमती राजेश्वरी जोशी का निवास अजमेर (राजस्थान) में है। आप लेखन में मन के भावों को अधिक उकेरती हैं,और तनुश्री नाम से लिखती हैं।
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