कविता – श्रावण मास

0 0
Read Time1 Minute, 23 Second

रिमझिम–रिमझिम बरसता पानी

रिमझिम–रिमझिम पानी की बूंदें,
देखो कितनी उन्मादित करतीं।
नयी–नयी कोंपलों को देखो
मानो सीपों से भर देतीं।

मधुवन की हरियाली देखो,
गोरी के सजीले नयनो को देखो।
मदमस्त मुखड़े की शौहरत को देखो
बलखाती–सी ज़ुल्फ़ों को देखो।

घूंघट में पग डोलते हुए,
शर्माती हुई, लजाती हुई, आती हुई गोरी को देखो।
हरियाली में छिपी सौम्यता को देखो।

हरी–हरी घास से सजी वसुन्धरा को देखो,
पुष्पों पर लहराते, मतवाले भंवरों को देखो,
ऐसा सौन्दर्य देखो, कहीं और न देखो।

इस सौन्दर्यतल मे समाविष्ट हो जाओ,
गोरी की चाल को देखो।
अश्कों में झलकते हुए प्यार को देखो।

अलसाये हुए नयनो को देखो,
मदमाती मुस्कान को देखो।
प्रकृति की अनुपम कृतियों को देखो,
उपरोक्त दृश्य कह रहे पावस को देखो।
हर ॠतु में बदलते हुए प्रकृति के स्वरूपों को देखो।

#श्रीमती प्रेम मंगल
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य
मातृभाषा उन्नयन संस्थान, भारत

matruadmin

Next Post

कविता - सावन मनभावन, वर्षा अति पावन

Sat Jul 15 , 2023
उतरी बरखा, भीगी धरती, हरियाली चहूँ ओर छाई। ज्यों मंदिर में बजी घण्टियाँ, त्यों यौवन ने ली अँगड़ाई।। झूले पड़े हर कदम की डाल, झूलने चले सब हंस की चाल। माँग सिंदूर, बिन्दिया सजी भाल, भाई बने सब ही बहना की ढाल।। लगी जैसे ही सावन की झड़ी, मन मयूरा […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।