संस्कृति मंत्रालय की लोरी लेखन प्रतियोगिता में डॉ. पूजा मिश्र को द्वितीय स्थान

0 0
Read Time1 Minute, 58 Second

राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में मिला पुरस्कार

इंदौर। केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित लोरी लेखन प्रतियोगिता में इंदौर की डॉ. पूजा मिश्र को प्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है।
इस उपलब्धि पर अब उन्हें संस्कृति मंत्रालय,भारत द्वारा प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ 75000 रुपये राशि के साथ पुरस्कृत किया जाएगा।
यह प्रतिस्पर्धा सम्पूर्ण देश में तीन स्तरों (जिला,प्रदेश तथा राष्ट्रीय स्तर) में आयोजित की गई, जिसमें देश के विभिन्न प्रान्तों से कलमकारों ने बड़ी संख्या में देशभक्ति आधारित लोरी का सृजन किया।
उक्त प्रतिस्पर्धा में यह उपलब्धि प्राप्त कर डॉ. पूजा मिश्र ने फिर से अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है,ज्ञातव्य है कि डॉ. पूजा मिश्र जहाँ पेशे से राजोद,जिला धार में आयुष चिकित्सा अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएँ दे रहीं हैं,वहीं आप विचार प्रवाह साहित्य मंच, इंदौर की सदस्य हैं तथा काव्याञ्चल साहित्यशाला की प्रशासिका होकर निरंतर साहित्य साधना कर रहीं हैं।
आपकी इस उपलब्धि पर विचार प्रवाह साहित्य मंच की अध्यक्ष सुषमा दुबे, संयोजक मुकेश तिवारी तथा पदाधिकारियों ने बधाई दी है।

matruadmin

Next Post

इक अखबार बिन सब सून

Sat Jan 28 , 2023
भारत का संविधान पर्व दिवस 26 जनवरी जनवरी को परम्परानुसार अखबारों के दफ्तरों में अवकाश रहा लिहाजा 27 जनवरी को अखबार नहीं आया और इक प्याली चाय सूनी-सूनी सी रह गयी. 28 तारीख को वापस चाय की प्याली में ताजगी आ गयी क्योंकि अखबार साथ में हाथ में था. अभी […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।