मुख्यमंत्रीजी

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प्रदेश में चुनाव होने वाले थे । मुख्यमंत्रीजी के स्वभाव में अचानक से बदलाव होने लगा । वे मरखने सांड से सीधे भोली भाली दुधारू गाय बन गये । पिछले पांच साल से वे पुलिस के बल पर राज कर रहे थे । ये तो जनता ही जानती है कि पांच साल कैसे गुजरे…। पत्रकारों, लेखकों की कलमों को पुलिसिया मुकदमों से कैसे तोड़ा गया था, ये कलमकार ही जानते हैं, हां कुछ दरबारी भांड मलाई जरूर चाटते रहे ।

मुख्यमंत्री जी ने अपने पालतू चमचों से सीधे संपर्क करना शुरू कर दिया । अपने खास गुंडों, पुलिस अधिकारियों, व्यापारियों, राजनीतिक लोगों व भटके युवा बेरोजगार छात्रों, दल बदलू नेताओं की आवभगत में सरकारी पैसा पानी की तरह बहाया जाने लगा ।

लेकिन इस दामादी खुशामद में पत्रकारों व लेखकों को कोई न्योता नहीं दिया गया । इस बार पता नहीं क्यों, दरबारी भांडों को भी दरकिनार कर दिया । शायद मुख्यमंत्री जी जान चुके थे कि अब ये कलमकार जाग चुके हैं, ये कलम अब न बेचेंगे ।

मुख्यमंत्री जी का निजी सचिव विपक्षी पार्टी के मुखिया से संपर्क साधने में लग गया, क्योंकि इस बार मुख्यमंत्री जी जाने वाले थे । आखिर लट्ठ के बल पर राज कितने दिनों तक किया जा सकता है ।

  • मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।