मजदूर दिवस

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हर देश की प्रगति में
श्रमिकों का बड़ा हाथ होता है।
देश की रीड भी मजदूर होता है।
बिना मजदूरों के कोई भी
कुछ कर नहीं सकता है।
इसलिए तो इन्हें मिलो
का भगवान कहा जाता है।
और बिना मजदूरों के कोई
उद्योगपति बन नहीं सकता।।

मजदूर की मेहनत से ही
कारोवार फल फूल रहे हैं।
मेहनत श्रमिको की होती है
तिजोरी भरती है मालिक की।
उसके पसीने की बूंदों का
नहीं मिलता उसे हक।
दिन रात एक करके वो
दो वक्त की रोटी खाता है।
उसके हक का फल यारों
मिल मालिक खा जाते हैं।
मजदूरो का जीवन दोस्तों
इसी तरह से चलता हैं।
और मालिक का परिवार
यश आराम से जीता है।।

उद्योगपति का करोवार
मजदूरों की मेहनत पर
ही निर्भर करता हैं।
तपता भट्टो में वो है पर
सोना मालिक को मिलता है।
श्रमिक जिये चाहे या मरे
पर उसे फरक नहीं पड़ता है।
बस उसे तो पैसे कमाने से
मतलब होता है।
क्योंकि श्रमिक उसके लिए
चलती फिरती मशीन होता है।
जिसके बिना उद्योगपतियों का
जीवन अधूरा होता है।।

मजदूर बिना मालिक का
दिल धड़क सकता नहीं।
उसका व्यापार भी
कभी चल सकता नहीं।
इसलिए देश का आधार
श्रमिक ही होता है।
जो देश की प्रगति के लिए
बहुत मेहनत करता हैं।
जिसके कारण ही देश
आत्म निर्भर बनता है।
इसलिए तो देश की रीड
मजदूरों को कहा जाता हैं।।

आज मजदूर दिवस पर सभी मजदूर भाई बहिनो को बधाई और शुभ कामनाएं।

जय जिनेंद्र देव
संजय जैन मुंबई

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।