
गिरि-सरिता पूजन बुगुन, क्ष्यत्सोई त्योहार।
उमंग मोथोंग, डिंग्खो, सफल फसल आहार।१।
सम्मानित गांव- बूढा , गांव- सरकार सेतु।
शांति, सहायता, सेवा, ग्रामीण न्याय हेतु।२।
पश्चिम कमेंग में बुगुन, कस्पी, वान्हूं, बिछुंग।
गिरि मांगोपा, नाम्फरी, बसे गांव शींचुंग।३।
मार्फियो, लाली, फिन्या, सराई, ग्लो, फियोंग।
क्ष्यत्सई, फम्खो, डींग्खो, गोम्पा में मोथोंग।४।
बुगुन सगुन गहना मिथुन, वर सेवक ससुराल।
जे सदन धन-धेनु मिथुन, ते घर मालामाल।५।
चढ़ा माहाप, मंजिया, मावाइ स्पों उबुंग।
प्रकृति मां को खुशी करें, पुर शिंग्चुंग, बिछुंग।६।
(अरुणाचल प्रदेश की बुगुन जनजाति से संबंधित शोध परक दोहे)
सुनील चौरसिया ‘सावन’
केंद्रीय विद्यालय टेंगा वैली, अरुणाचल प्रदेश।