दो दिवसीय कार्यक्रम का भव्यतापूर्ण समापन

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जयपुर । श्री अग्रसेन भवन, जयपुर में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन बोहल शोध मंजूषा, विलक्षणा एक सार्थक पहल व इंडो यूरोपियन लिटरेरी डिस्कोर्स (यूक्रेन) के संयुक्त सौजन्य से किया गया । प्रथम दिवस में विभिन्न विषयों को लेकर सेमिनार का आयोजन हुआ, जिसमें देश- विदेश के शोधार्थियों व विद्वानों ने भाग लिया । द्वितीय दिवस में इंडियन एक्सीलेंस अवार्ड का वितरण साहित्य, कला, शिक्षा, संगीत, समाज सेवा से जुड़ी देशभर की प्रतिभाओं को प्रदान करके सम्मानित किया गया ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया । उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंडित सुनील तिवारी, श्रीमती राजकुंवर राठौड़, के.के. मल्होत्रा, सीमा जैन आदि मंच पर उपस्थित रहे ।

कार्यक्रम आयोजन समिति के सदस्य डॉ. सुलक्षणा अहलावत, डॉ. नरेश कुमार सिहाग एडवोकेट, विकास शर्मा ने कार्यक्रम में शामिल सभी महानुभावों का स्वागत किया और मधुर शब्दों में आभार भी व्यक्त किया ।

इस पावन अवसर पर राकेश शंकर भारती के नवीन उपन्यास 3020 ई. का विमोचन बड़ी ही भव्यता के साथ किया गया ।कार्यक्रम की कवरेज इंडियन एक्सीलेंस अवार्ड – 2021 विजेता मुकेश कुमार ऋषि वर्मा ने की ।

इस दो दिवसीय – आवासीय कार्यक्रम की सफलता पर मोहर लगाई सैकड़ों की संख्या में उपस्थित सम्मानित महानुभावों की तालियों की गड़गड़ाहट ने । वहीं कार्यक्रम की भव्यता में चार चांद तो तब लग गए जब मंच पर अंतर्राष्ट्रीय राजस्थानी कालबेलिया नृत्यांगना लक्ष्मी सपेरा ने एक झलक अपने नृत्य की प्रस्तुति दी।

कुलमिलाकर कार्यक्रम पूर्णतः सफल रहा । कार्यक्रम में मँदीप सिहाग, डॉ राजपाल, डॉ सुशीला, डॉ संजीव डॉ ज्योति, धनिया पी, डॉ.सत्यनारायण चौधरी, डॉ रेखा सोनी आदि महानुभाव उपस्थित रहे ।

  • मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।