होली मुबारक

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पेड़ अपने अंकुर के साथ मुस्कुराते हैं
कोमल पत्तियों और खिलने वाले फूलों की,
अपनी क्षणिक अभिव्यक्ति के साथ शाश्वत प्रकृति।
परमानंद और आनंद के साथ वसंत ऋतु!
बहुत सारे रंग के साथ चमकदार रंगों।
सुंदरता और महानता की भूमि,
भारत, खुशी और शांति का रंग।
राष्ट्र भावना का आनंद लेने के लिए जिंदा आओ
रंग का उत्सव- होली!
सामग्री, सद्भाव और खुशी का अनुभव।

उल्लास और उमंग के बीच होलिका जलती है।
प्रेम और भक्ति से बुराई हावी हो गई।
‘रास लीला’ मनाने का पर्व-
राधा और कृष्ण की एक स्थायी प्रेम गाथा।

गुलाल – लाल, हरा, पीला और अनगिनत।
एक दिन का कैनवास – रंगों का एक दंगा।
जीवंत भीड़ यहाँ और यहाँ चल रही है,
रंगों के इंद्रधनुष, हर नुक्कड़ और कोने से डैशिंग।
उनके शोक और निराशा को दूर करने वाले लोगों की उपेक्षा करना,
रंगों के चमत्कार पर हर्ष।
चमक और उल्लास से भरा दिन,
हमारे सपनों को धूमिल करने के लिए एक दिन-
जीवंत उन्माद रंगों की बौछार के साथ।
होली है! बेबस मस्ती और मनमोहक झरने की बहार !!

खान मनजीत भावड़िया मजीद
सोनीपत (हरियाणा)

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।