ढूँढती हूँ एक भारत

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ढूँढती हूँ अनेकता में एकता
विविधतायों से भरे हुए से देश में
रंग गुलाल में मिलकर
जो प्यार के रंग में बदल जाता था।
ढूँढती हूँ अमन -चैन
इस फिरका परस्ती के दौर में
जहां भाई -भाई का रक्त पिपासु बन बैठा है।
ढूँढती हूँ उस अजेय से भारत के
प्यार और अपनत्व को
जहां से अहिंसा और सत्य का
वैश्विक उद्घोष होकर
धरती के हर दिशा में गूंजता था ।
ढूँढती हूँ राम और रहीम के
चौपाई और दोहों में
विश्व बंधुत्व के परम सत्य को
जियो और जीने दो की
शाश्वतता की भावना को
इस आपसी रंजिशें के दौर में ।
ढूँढती हूँ राम और कृष्ण को
जहां सीता और द्रोपती के सम्मान की खातिर
सत्तापिपासुयों के अहंकार से
दम्भित शीशों को
रणभूमि की माटी में मिला दिया जाता था।
ढूँढती हूं उन श्रेष्ठ प्रतिमानों में
इस झूठ की सत्ता परस्ती में में
अपने प्यारे भारत वर्ष को
जो सुशासन, सुव्यवस्था , सुसंस्कार में,
विश्व पटल पर गुरु बनकर
इतिहास के आईनों में
सूर्य की भांति दैदिप्तमान रहता था।
स्मिता जैन

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।