Read Time37 Second

कर ले अच्छा काम प्यारे
वर्ना फिर पछतायेगा प्यारे
मुठ्ठी मे रेत की तरह समय
हाथ से फिसल जायेगा प्यारे
स्वार्थ मे लिपटे अपने तुम्हारे
कभी काम न आएंगे प्यारे
आएगी तेरे जाने की बारी
अकेला ही तू जायेगा प्यारे
जिनको अपना समझ रहा है
वे ही पांचो विकार है प्यारे
इनसे मुक्त हो विदेही बन जा
तभी पावन बन पायेगा प्यारे।
#श्रीगोपाल नारसन
Post Views:
529