एक दूसरे को समझे

0 0
Read Time1 Minute, 41 Second

दोस्ती वो कश्ती है जो,
सागर पार करवा देती है।
आंखे मिलती है और,
दिल मुस्करा देते है।
एक बार दोस्त बनकर,
तो किसी के देखो।
जिंदगी जीने का अंदाज,
तुम्हारा बदल जायेगा।।

जब सामने नहीं होते है,
तो हमें याद करते हो।
और जब सामने होते है,
तो अनजान बन जाते हो।
और दिलकी पुकार को,
क्यों दवा रहे हो।।

कुछ तो तुम्हारे दिलमें,
मेरे लिए चल रहा है।
तभी तो दिलके अफसाने,
कलम से लिख रहे हो।
निगाहों से तो कितनी बार,
घायल कर चुके हो।
अब तो जुवा से ही,
कुछ व्या कर दो।
और अपने दिल को,
मेरे से मिलाकर देखो।।

न दिल जलता है,
न जान जलती है।
अंधेरे को दूर करने को
दीपक को जलना पड़ता है।
तब जाकर रोशनी
हमें दिखती है।
और दिलके अंधेरे में,
प्रकाश होता है।
और एक नया सबेरा
जिंदगी में होता है।।

दिन ढलने के बाद
रंगीन शाम आती है।
और चाँद तारे धरा पर
चाँदनी बिखेर देते है।
और मेहबूब से मोहब्बत
करने का माहौल बना देते है।
और दिन भर की थकान,
आराम से उतार देते है।।

खाक में मिलने से पहले
जिंदगी को खुलकर जीओ।
और जो भी है दिलमें रिश्ते
उन्हें महसूस करे।
और जाने से पहले,
उनका इजहार कर दो।।

जय जिनेन्द्र देव
संजय जैन (मुम्बई)

matruadmin

Next Post

बिहार का हाल परिणाम के बाद

Wed Nov 11 , 2020
बुझ गई है लालटेन,अब बिहार में, चिराग भी टिमटिमा रहा बिहार मै फिर से सत्ता आ गई नीतीश के हाथ में, लालू परिवार रो रहा है,अपने ही बिहार मे। कैसे करें विश्वास,चुनाव सर्वो का बिहार में, गलत निकल गए,सभी सर्वे अब बिहार में। कोई काम नहीं है लालटेन का बिहार […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।