
दोस्ती वो कश्ती है जो,
सागर पार करवा देती है।
आंखे मिलती है और,
दिल मुस्करा देते है।
एक बार दोस्त बनकर,
तो किसी के देखो।
जिंदगी जीने का अंदाज,
तुम्हारा बदल जायेगा।।
जब सामने नहीं होते है,
तो हमें याद करते हो।
और जब सामने होते है,
तो अनजान बन जाते हो।
और दिलकी पुकार को,
क्यों दवा रहे हो।।
कुछ तो तुम्हारे दिलमें,
मेरे लिए चल रहा है।
तभी तो दिलके अफसाने,
कलम से लिख रहे हो।
निगाहों से तो कितनी बार,
घायल कर चुके हो।
अब तो जुवा से ही,
कुछ व्या कर दो।
और अपने दिल को,
मेरे से मिलाकर देखो।।
न दिल जलता है,
न जान जलती है।
अंधेरे को दूर करने को
दीपक को जलना पड़ता है।
तब जाकर रोशनी
हमें दिखती है।
और दिलके अंधेरे में,
प्रकाश होता है।
और एक नया सबेरा
जिंदगी में होता है।।
दिन ढलने के बाद
रंगीन शाम आती है।
और चाँद तारे धरा पर
चाँदनी बिखेर देते है।
और मेहबूब से मोहब्बत
करने का माहौल बना देते है।
और दिन भर की थकान,
आराम से उतार देते है।।
खाक में मिलने से पहले
जिंदगी को खुलकर जीओ।
और जो भी है दिलमें रिश्ते
उन्हें महसूस करे।
और जाने से पहले,
उनका इजहार कर दो।।
जय जिनेन्द्र देव
संजय जैन (मुम्बई)