हिम्मत हार मत बंदे

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हिम्मत हार मत बंदे,
किस्मत रंग लाएगी।
रुलाया है यदि तुझको,
तो एक दिन हंसाएगी ।

मिलेगा फल तुझे मीठा,
रख ले सब्र तू थोड़ा।
अपनाएंगे वो तुझको,
जिन्होंने आज है छोड़ा।

कमर तू कस ले आे यारा,
अब कुछ कर दिखाना है,
ना दे साथ यदि कोई ,
अकेले कर दिखाना है।

समाना पड़ता है गहरे में,
यूं ही मिलता नहीं मोती।
तपाना पड़ता है खुद को,
यूं ही वाह वाह नहीं होती।

निभाने पड़ते हैं वादे,
भरोसा यूं ही नहीं मिलता।
है दिल जीतना पड़ता,
दीवाना यूं ही नहीं मिलता।

लगे जो डर कभी तुझको,
उस डर को हराना है,
बंजर पड़ी राहों को
पुष्पों से सजाना है।

सफर मुश्किल है ये माना,
फिर भी चलते जाना है।
मंजिल की चोटी को,
फतह करके दिखाना है।

नयनों के समन्दर में,
हैं आशाओं की मोती।
बहुत तपता है ये सोना।
चमक यूं ही नहीं आती।

सबको बांटकर खुशियां,
खुद भी मुस्कुराएंगे।
बहुत रो लिया हमने,
अब गुनगुनाएंगे।

हैं जिनकी नजरों में खोटे,
वो पीठ थपथपाएंगे।
उड़ाई है हंसी जिसने,
वही माला पहनाएंगे।

हिम्मत हार मत बंदे…..
सपना
जनपद औरैया

matruadmin

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