सांसों की सरगम

0 0
Read Time1 Minute, 23 Second

सांसों की सरगम,
दिल की ये धड़कन,
सुनाए मधुर गीत प्यारा।
जाने कहां कब कैसे किधर ये,
रुक जाए जीवन की धारा।
सांसों की सरगम……..
आए हो जग में ,
तो कुछ कर के जाओ,
ना गवाओ यूं जीवन सारा।
एक बार ही मिलता है ये जीवन
ना मिलेगा ये दोबारा।
सांसों की सरगम…….
बन जाओ किसी के
जीवनसाथी ,
बन जाओ किसी के यारा।
जिनका नहीं है कोई जग में,
बन जाओ उनका सहरा।
सांसों की सरगम……
दीन दुखियों के ,
गरीबों लाचारों के,
जीवन में लाओ बहारा।
अज्ञानता की अंधेरी गलियों में,
फैलाओ ज्ञान का उजाला।
सांसों की सरगम……
तन मन धन से,
और लगन से ,
काज करो कुछ न्यारा।
एक ना एक दिन चमकोगे जग में
बनके गगन में सितारा।
सांसों की सरगम………
ईर्ष्या द्वेष से,
लालच मोह से,
कर लो इनसे किनारा
प्रेम दया और करुणा से
खुशियों से महकेगा जीवन सारा।
सांसों की सरगम…….
अपने लिए तो,
दुनियां है जीती,
बन जाओ औरों का भी सहारा।
लाख दुआएं मिलेगी तुझको,
झूमेगा तन मन सारा।
सांसों की सरगम…….

रचना – सपना
जनपद – औरैया

matruadmin

Next Post

रूठ न जाये

Fri Sep 25 , 2020
इस बात का डर है, वो कहीँ रूठ न जायेंI नाजुक से है अरमान मेरे, कही टूट न जायें।। फूलों से भी नाजुक है, उनके होठों की नरमी I सूरज झुलस जाये, ऐसी सांसों की गरमी I इस हुस्न की मस्ती को, कोई लूट न जाये I इस बात का […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।