अगर नर और नारी ना होते

0 0
Read Time1 Minute, 24 Second

अगर नर और नारी ना होते,
विश्व में इतनी आबादी ना होती।
बेचारी किसी भी सरकार को ,
इतनी समस्याएं भी ना होती।।

अगर आबादी इतनी ना होती,
बेरोजगारी की समस्या ना होती।
सरकार कितनी भी कोशिश करें
पर कभी समस्या हल ना होती।।

अगर आदमी बूढ़ा ना होता,
वह सदा जवान बना रहता।
व्याभिचार इतना बढ़ जाता,
आदमी कल्पना ना कर पाता।।

अगर नज़रे मिली ना होती,
कभी इतना इश्क ना होता।
जब इतना इश्क ना होता,
दिल से दिल मिला ना होता।

अगर आग लगी ना होती,
कभी इतना धुआं ना होता।
बाजार में तेरे मेरे प्यार का,
कभी इतना जिकर ना होता।।

अगर आज मोबाईल ना होता,
इतना सोशल मीडिया ना होता।
केवल उंगलियां चलाकर ही,
घर बैठे इतना चैट ना होता।।

अगर चीन मै कोरोना ना होता,
इतनी महामारी कभी ना होती।
अगर बन नाती इसकी वैक्सीन,
संसार में इतनी मौत ना होती।।

अगर वोट व वोटर ना होते,
देश में इतने नेता ना होते।
अगर मुक्त हो जाए देश इनसे
भारत में इतने घोटाले ना होते।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

Next Post

समय निकल जायेगा

Mon Jun 29 , 2020
दिल से दिल मिलाकर देखो। जिंदगी की हकीकत को पहचानो। अपना तुपना करना भूल जाओगे। और आखिर एक ही पेड़ की छाया के नीचे आओगे। और अपने आप को तुम तब अपने आप को पहचान पाओगे।। क्योकि छोड़कर नसवार शरीर, एक दिन सब को जान है। जो भी कमाया धामाया […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।