योगशाला साहित्य संगम संस्थान पर योगाभ्यास सम्पन्न

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नवीन कुमार भट्ट नीर नीर साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के योगशारला मंच पर 21 जून 2020 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के पावन सान्निध्य में योगाभ्यास कराया गया ज्ञातव्य हो कि योगशाला की योगगुरु जूली अग्रवाल की उपस्थिति में यह कार्यक्रम किया गया, बातचीत के दौरान बताया गया कि इस पटल पर लगातार तीन वर्षों से योग करवाया रही हैं, योगशाला पदस्थ योगगुरु की मानें तो इनकी ख्याति इस मंच पर ही नहीं देश से विदेश तक तकनीकी माध्यम से योगाभ्यास कराती है ज्ञातव्य हो की योग दिवस के दिन योगशाला पे कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवीर मंत्र जी की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ उन्होंने कहा कि इस योगशाला को और बेहतर ढंग से बनाने की जल्द ही योजना बना कर गूगल मीट आदि ऐप के सहारे हम कार्यक्रम को सफल बना सकते हैं। कार्यक्रम पे योगशाला पे उपस्थित मनीषियों जमकर योगाभ्यास किये,जिसमें संगीता जैन,कशिश अग्रवाल,निशा अतुल्य,आदि उपस्थित रहीं।ज्ञातव्य हो कि इस योगशाला पे रविवार के दिन दैनिक सृजन करवाया जाता है जिसे संकलित कर योग संगम रविवारीय ई पत्रिका प्रकाशित की जाती है। जिसके संपादक नवीन कुमार भट्ट नीर, संचालिका इन्दु शर्मा शचि, संरक्षक राजवीर सिंह मंत्र,व योगगुरु जूली अग्रवाल जी का विशेष सहयोग रहता है,यह पत्रिका पे चयनित सभी मनीषियों को सादर आभार

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जो चलते हो नंगे पाँव, जगत कल्याण के लिए। एक बार तो जयकारा लगाओ, विद्यासागर मुनिराज के लिए।। गांव गांवओ में जाकर, जैन धर्म की ज्योत जलाई। और जैन धर्म की चर्चा, घर घर में पहुंचे। ऐसे त्यागी तपस्वीय साधु के लिए। एक बार तो जयकारा लगाओ, विद्यासागर मुनिराज के […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।